Katha - ठकौनि:
रोशन फोटुक एल्बम बिल्टैटी एक–एक फोटु हेर्टि रठैं । जोन एल्बम पूर्णिमासे घुमल बेलाके रमैलक हँस्लक बेलाके मेरमेरिक फोटुले भरल रठिन । फोटु हेर्ठै ओ उहे बेलाके झलझली याड अइठिन रोशनहे । फोटु हेर्टि जैना क्रममे रोशनके नजर उ फोटुम पर्ठिन । पूर्णिमा अपन संघरियक भोजेम गैल बेला संघरिया डुल्हिकसँग बैठके खिचैलक फोटु । यी फोटु डेख्के रोशनहे ऊ बेलाके याड आजिठिन । जोन डिन पूर्णिमा डुलही बलन बेला भोजमे आइल सारा मनैनके आघे टिका लगैना क्रममे ढर्टीम ढले पुगल रहि । उ घटनासे उ भोजहा घर उ गाउँ सारा गाउँ खहल बहल होगिल रह । उ डुःखड भयानक घटनामे सारा गाउँ हिलगिल । उ बेला पूर्णिमा बिच डगरमे अपन डम टुलडेली । पूर्णिमा हे उ घरसे बिडाइ करटिहिन टर पूर्णिमा यि डुनियाँसे बिडा होडेली । आखिर काकरे पूर्णिमा अपन जिन्गीक अन्ट करे पुग्लि हर व्यक्तिनके मनमे प्रश्न आइ पुगिन । रोशन पूर्णिमाहे सम्झटि एल्बमके फोटु सुहरैटी आँखी भर आास लेले फोटु हेर्टि रठैं । रोशन पुर्णिमासे छोटी रहलम खिंचल फोटु हेर्के उ बेलक याड अइठिन । स्कूल जाइबेरिक छ साट वर्षके उमेरमे खिचल फोटु रठिन ।